सच कहे आप जब भी करीब आए थे,
दिल मे एहसास कितने अजीब आए थे
जा के छुप के कहीं बैठी तन्हाई थी,
रुत कभी ये सुहानी नही आई थी
चाहूं तुझसे मैं पुछु तेरा हाल भी,
हर बरस जैसा ही है क्या ये साल भी
एक एहसास जीने का बिल्कुल नया,
जिसको शब्दो मे कर ना सके हम बयान
Parul Singhal – India – (1984 - )
Singhal. P (2017) Emotionally Exhausted: Random Realisations. The Foolish Poet Press, Wilmslow, England. TELL ME- IS THIS LOVE?. Page Number 9.