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ABSENCE IN PRESENCE: PRESENCE IN ABSENCE - FOOLISH POET
नजरों से दूर हो कर भी, नजरिये में रह कर , तेरा न होना भी है होना मुझे खुद से मिला कर भी, अपनी ही तरह कर, तेरा न होना भी है होना जब आंखे जुबान का साथ देने से … Continue reading →
Parul Singhal