foolishpoet.com
BEYOND BOUNDARIES - FOOLISH POET
देश अलग और भेष अलग, फर्क है जुबान का फिर भी एक अर्थ आंसू का, एक मतलब मुस्कान का कमी नहीं अपनो की मगर, इंतज़ार किसी अन्जान का जिसके संग खुद को बांट कर, एहसास हो इत्मिनान का आंखों का … Continue reading →
Parul Singhal