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A NEW HOPE - FOOLISH POET
कभी खुशियों के संग मिली, थोड़ी सी नाराजगी भी, फिक्र की कड़ी धूप के बाद, विश्वास की सोंधी ताजगी भी कैसा भी गुजरे साल, किसी को ग़म नही होता, ये वो बिदाई है, जहाँ कभी मातम नही होता तारीख बदलने … Continue reading →
Parul Singhal